कज्जल छंद- बाल गीत

 कज्जल छंद- बाल गीत


जरे चटाचट मोर पाँव।

    मिलत नहीं हे कहूंँ छाँव।।

        बंजर लागत हवय गाँव।

             गर्मी ला कइसे जुडा़ँव।।

तेकर सेती कहँव बात।

    रुखराई झन काट घात।।

         मोर बात झन देय मात।

              पेड़ काट न मारव लात।।

पुरखा मन ह काटत जाय।

    पेड़ नहीं त का फल खाय।।

        "जलक्षत्री" सब ला बताय।

              नादानी के फल ल पाय।।


अशोक धीवर "जलक्षत्री"

तुलसी (तिल्दा-नेवरा)

जिला रायपुर (छत्तीसगढ़)

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