बबा गये हावे जंगल

 बबा गये हावे जंगल


बबा गये हावे जंगल,

लही हमर बर तेंदू फल,

गुदा गुदा ला हम खाबो,

बीजा ला जी अलगाबो।।


बीजा ला फेर लगाके,

पानी दे बड़े बढ़ा के,

फिर से हम तेंदू पाबो,

सब झन हम मिलके खाबो।।


तेंदू ले लकड़ी पाबो,

कुर्सी अउ बेंच बनाबो,

निक सनमाइका लगाबो,

जब सगा अही बइठाबो।।


गर्मी मा डारा छाबो,

सुग्घर छइहाँ हम पाबो,

गर्मी ला दूर भगाबो,

जिनगी ला हाँस बिताबो।।


राम कुमार चन्द्रवंशी

बेलरगोंदी (छुरिया)

जिला-राजनांदगाँव

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