बाल कविता) कोरोना ला भगवाबो
(बाल कविता)
कोरोना ला भगवाबो
चलौ बगीचा मा जाबो,
फूल उहाँ ले हम लाबो।
खिले हवे सुग्घर-सुग्घर,
महकत हावे महर-महर।।
फूल हवे खुशबू वाला,
गूँथ बनाबो जी माला।
अही यशोदा के लाला,
सखा संग बृज के ग्वाला।।
हवे दयालू गोपाला,
पहिनाबो हम हर माला।
खुश होही बंशी वाला,
वर देही दीनदयाला।।
माखन अउ दही खवाबो,
वर हम सब झन पाबो।
पर्वत फिर से उठवाबो,
कोरोना ला भगवाबो।।
राम कुमार चन्द्रवंशी
बेलरगोंदी (छुरिया)
जिला-राजनांदगाँव
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