चलो खेलबो खेल (बाल कविता)
चलो खेलबो खेल
(बाल कविता)
चलो खेलबो खेल
चलो खेलबो जुरमिल खेल,
बिन पटरी के चलही रेल।
नइ लागे बिजली अउ तेल,
चलही गाड़ी रेलम पेल।।
मजा अही अड़बड़ ये खेल,
सिग्नल पा के चलही रेल।
रेल समय मा सुग्घर मेल,
नइ होवय गाड़ी हर फेल।।
बनही कोई टी टी एक,
करही सबके टिकट ल चेक।
बिना टिकट के जाही जेल,
चलही छुक छुक गाड़ी रेल।।
रइपुर,दिल्ली अउ भोपाल,
जयपुर,रीवा,नैनीताल।
जाही कोई हर करनाल,
मुंबई सूरत अउ इम्फाल।।
राम कुमार चन्द्रवंशी
बेलरगोंदी (छुरिया)
जिला-राजनांदगाँव
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