बाल गीत - बोधन राम निषादराज विषय - करिया बादर
बाल गीत - बोधन राम निषादराज
विषय - करिया बादर
करिया करिया बादर छाथे।
बादर बड़ पानी बरसाथे।।
हवा गरेरा सँग मा लाथे।
बिजुरी नाचत बड़ चमकाथे।।
गड़ गड़ बाजा खूब बजाथे।
छानी परवा ला छलकाथे।।
ये हा सबके प्यास बुझाथे।
बंजर भुइयाँ ला हरियाथे।।
देख मेचका गीत सुनाथे।
करिया बादर घुमरत आथे।।
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रचनाकार:-
बोधन राम निषादराज
सहसपुर लोहारा,कबीरधाम(छ.ग.)
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