बाल गीत केवरा यदु "मीरा "

 बाल गीत 


केवरा यदु "मीरा "


छन्न पकैया छन्न पकैया, दुलराथे गा महतारी।

देवी के मूरत कहलाथे,होथे तारण हारी।।


छन्न पकैया छन्न पकैया, रतिहा जाग पहाथे।

बेटी बेटा के सुख खातिर,जागत लोरी गाथे।।


छन्न पकैया छन्न पकैया, माँ ममता के छैंया ।

ठुकरावौ झन महतारी ला, लागौ ओकर पैंया।।


छन्न पकैया छन्न पकैया,बोलो सुग्घर बानी।

मात पिता के चरनन बीते, हँसी खुसी जिनगानी।।


छन्न पकैया छन्न पकैया, सेवा ला तँय करले।

चरण म चारो धाम हवय जी,सुख के झोली भरले।।


छन्न पकैया छन्न पकैया, आशीर्वाद    पाबे।

मातपिता भगवान मानले, सरग निसैनी जाबे।


केवरा यदु "मीरा "

राजिम

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