बालगीत - रामकली कारे

 बालगीत - रामकली कारे

विषय - बादर आगे


बादर.. आगे.. बादर.. आगे,

अउ- अगास मा देखव छागे।

रिमझिम सिमझिम जल बरसा के,

टुप- टुप टुप- टुप गीत सुनागे।।

बादर .. आगे ..बादर .. आगे..


कुआॅ- बावली नदिया- तरिया,

आज सबो के प्यास बुझागे।

रोकय ..छेंकय.. नोनी ..बाबू,

छलछल छलछल धार बोहागे।

बादर ..आगे ..बादर ..आगे...


रचनाकार - रामकली कारे

बालको कोरबा(छ.ग.)

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