बाल गीत-चौमासा

 बाल गीत-चौमासा


करिया करिया बदरा छाय।

गरज घुमर के पानी आय।


अपन अपन बर कागज लाव।

अउ सुग्घर जी नाव बनाव।

पानी मा काकर!अघवाय।।

गरज घुमर के पानी आय।


तरिया डबरी बड़ खुशहाल।

पानी ले हे मालामाल।

नदिया नरवा मन उफनाय।।

गरज घुमर के पानी आय।


झिंगुर मेढक गावय गीत।

चौमासा भर दुन्नों मीत।

नाचे कूदे अउ इतराय।।

गरज घुमर के पानी आय।


छावत देख घटा घनघोर।

बन मा नाचत हावय मोर।

तीतुर अउ घाघर नरियाय।।

गरज घुमर के पानी आय।


रमेश कुमार मंडावी

कोलियारी (गैंदाटोला) राजनादगाँव

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