बाल कविता
बाल कविता
लाल पताल
करे कमाल ।।
बिके बजार
हे रसदार ।।
झोर मिठाथे
मन ला भाथे ।।
चटनी पिस ले
सील म घिस ले ।।
मिरचा धनियाँ
डारे मुनियाँ ।।
झोर बनाथे
अबड मिठाथे ।।
लाल पताल
खा सुखलाल ।।
तन बजराही
ताकत आही ।।
पुरूषोत्तम ठेठवार
ग्राम - भेलवाँटिकरा
जिला - रायगढ
छत्तीसगढ
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