बाल कविता पोखन लाल जायसवाल

 बाल कविता

      पोखन लाल जायसवाल


छुक छुक छुक छुक रेल चलाबो।

झटकुन सबझन पढ़े ल जाबो।


गुरुजी ले सब करबो बिनती।

हम ल सिखा दे गुरुजी गिनती।

 

पढ़ लिख के सब आगू बढ़बो।

जिनगी अपने हाथ म गढ़बो।


अप्पढ़ जान सबो भरमाथे।

पढ़े लिखे मन बड़ सुख पाथे।


रस्ता सुख के अपन बनाबो।

शिक्षा के हम दीप जलाबो।


छुक छुक छुक छुक....।


पोखन लाल जायसवाल

पलारी जिला बलौदाबाजार भाटापारा (छग.)

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