बाल गीत - श्लेष चन्द्राकर शीर्षक - चल भइया गा पेड़ लगाबो।

 बाल गीत - श्लेष चन्द्राकर

शीर्षक - चल भइया गा पेड़ लगाबो।


बखरी ला अउ नीक बनाबो।

चल भइया गा पेड़ लगाबो।।


फूल फूलही ते ममहाही।

तब तितली भँवरा मन आही।।

जीव-जंतु ला तीर बलाबो।

चल भइया गा पेड़ लगाबो ...


मोर गोठ ला तँय हा ले सुन।

रोज देखबो चिरई-चिरगुन।।

सुग्घर दिन-भर छइँहा पाबो।

चल भइया गा पेड़ लगाबो ...


आम बिही अउ जामुन फरही।

पाका फर ले डलिया भरही।।

उसर-पुसर के हर फर खाबो।

चल भइया गा पेड़ लगाबो ...


रुखमन ले ऑक्सीजन मिलथे।

तेखर ले ये जिनगी चलथे।।

सब ला येकर लाभ बताबो।

चल भइया गा पेड़ लगाबो ...


रचनाकार - श्लेष चन्द्राकर,

पता - खैरा बाड़ा, गुड़रु पारा, महासमुंद ( छत्तीसगढ़)

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