चंदा मामा
चंदा मामा
चंदा मामा आओ ना ।
आज धरा पर आओ ना।।
हाथ जोड़ कर तुझे मनाऊँ
आओ मामा तुम्हें बुलाऊँ
तारों को साथ में लाओ ना। आज धरा -
खेलेंगे हम छुपन छुपाई
जैसे गगन में छुपते हो।
आते हो छुप जाते हो
झाँक झाँक कर हँसते हो।
मामा अब तरसाओ ना।। आज धरा-
आओ खीर बनायेंगे
नाचेंगे और गायेंगे।
तारों संग धूम मचायेंगे
सोनू मोनू भी आयेंगे।
गीत हमें सुनाओ ना।।आज धरा-
थाली के जल में दिखते हो
झिलमिल झिलमिल करते हो।
हाथ मेरे नहीं आते हो
क्या तुम मुझसे डरते हो ।
बात आज बतलाओ ना।।आज धरा-
ईद के चाँद बन आते हो
करवा चौथ में पूजे जाते हो।
कवि की कविता सजाते हो
प्रेयसी की आनन बन जाते हो।
मामा कुछ तो बता कर जाओ ना।आज धरा-
अभी तो छोटा बच्चा हूँ
अकल का भी अभी कच्चा हूँ।
होकर बड़ा दिखलाऊँगा।
तुमको छूकर मैं आऊँगा।
मामा मान भी जाओ ना ।।
आज धरा--
केवरा यदु"मीरा "
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