बाल कविता - रचनाकार मनोज कुमार वर्मा
बाल कविता - रचनाकार मनोज कुमार वर्मा
विषय - मजा
घर मा मजा बहुत आवत हे।
कोरोना हर बरसावत हे।।
घर मा हे दाई बाबू मन।
इही मोर बर हे बड़का धन।।
दिन भर रहिथन संग संग अब।
दादी दादा मात पिता सब।।
मया बॉंट सुख परिघावत हे।
चिंता नइ धन के आवत हे।।
खुशी खुशी रोटी खावत हे।
घर मा मजा बहुत आवत हे।।
मनोज कुमार वर्मा बरदा लवन बलौदा बाजार
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