बाल गीत - बोधन राम निषादराज विषय - नोनी
बाल गीत - बोधन राम निषादराज
विषय - नोनी
खुल-खुल-खुल-खुल नोनी हाँसय।
फुदुक-फुदुक गिर गजबे नाचय।।
छिन मा रोवय छिन मा गावय।
मया दिखावत मन ला भावय।।
दाई के अँचरा ला धर के।
दउड़य कोंटा कोंटा घर के।।
चिखला माटी अंग सनावय।
अउ घुलंड के खुशी मनवाय।।
नोनी सुग्घर रानी लागय।
दाई के दुख तुरते भागय।।
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रचनाकार:-
बोधन राम निषादराज
सहसपुर लोहारा,कबीरधाम(छ.ग.)
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